अक्षय तृतीया क्या है?
अक्षय तृतीया, जिसे अखा तीज भी कहा जाता है, हिंदू धर्म का एक पवित्र पर्व है। ‘अक्षय’ का अर्थ होता है जो कभी समाप्त न हो। इस दिन किए गए शुभ कार्य जैसे दान, पूजा, विवाह या खरीदारी का फल कभी क्षीण नहीं होता।
अक्षय तृतीया 2025 में कब है?
2025 में अक्षय तृतीया बुधवार, 30 अप्रैल को मनाई जाएगी।
पूजा मुहूर्त: सुबह 5:41 बजे से दोपहर 12:18 बजे तक
तृतीया तिथि प्रारंभ: 29 अप्रैल शाम 5:31 बजे
तृतीया तिथि समाप्त: 30 अप्रैल दोपहर 2:12 बजे
तिथि ब्रह्म मुहूर्त के बाद शुरू होने के कारण पर्व 30 अप्रैल को मनाया जाएगा।
धार्मिक मान्यता और महत्व
- भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा का विशेष महत्व है।
- भगवान परशुराम का जन्म इसी दिन हुआ था।
- त्रेता युग का प्रारंभ भी इसी दिन हुआ था।
- चार धाम यात्रा की शुरुआत भी अक्षय तृतीया से होती है।
सोना खरीदने की परंपरा
अक्षय तृतीया पर सोना खरीदना शुभ माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन खरीदा गया सोना जीवन में स्थायी समृद्धि लाता है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
प्रश्न 1: अक्षय तृतीया 2025 कब है?
उत्तर: 30 अप्रैल 2025, बुधवार को।
प्रश्न 2: इस दिन क्या करना चाहिए?
उत्तर: दान, पूजा, व्रत, सोना खरीदना, नए कार्य की शुरुआत।
प्रश्न 3: किस देवता की पूजा होती है?
उत्तर: भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की।
प्रश्न 4: क्या यह विवाह के लिए शुभ है?
उत्तर: हां, यह अबूझ मुहूर्त माना जाता है।
