गुजरात की धरती सिर्फ व्यापार और संस्कृति के लिए नहीं, बल्कि अपने सुरों के लिए भी जानी जाती है। आज गुजरात के लोकगायक और गायिकाएं केवल राज्य तक सीमित नहीं रहे, बल्कि पूरी दुनिया में अपने सुरों से पहचान बना चुके हैं। इस ब्लॉग में हम जानेंगे उन चार सितारों के बारे में जिनकी आवाज़ ने गुजरात को वैश्विक संगीत मानचित्र पर ला खड़ा किया है।
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1. कीर्तिधन गढ़वी (Kirtidan Gadhvi)
कीर्तिधन गढ़वी का नाम आज लोकसंगीत का पर्याय बन चुका है। उनकी आवाज़ में राजस्थानी और गुजराती लोकसंस्कृति की झलक मिलती है।
प्रसिद्ध गीत:
“Laadki” (Coke Studio)
लाडकी… तु तो मने भावे छे…
“Nagar Me Jogi Aaya”
नागर में जोगी आया रे… बांसरी वालो…
उनकी प्रस्तुति में इतना जादू होता है कि श्रोताओं की भीड़ खुद-ब-खुद झूमने लगती है।
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2. गीता रबारी (Geeta Rabari)
“कच्छ की कोयल” कहे जाने वाली गीता रबारी ने बहुत ही कम उम्र में संगीत की दुनिया में पहचान बना ली।
प्रसिद्ध गीत:
“Rona Ser Ma”
रोना सैर मा, रोई गई रे…
“Eklo Rabari”
एकलो रबारी रे… पगला पगला वांट वांट जाऊं…
उनकी सुरीली आवाज़ में लोकगीतों की मिठास और आधुनिक धुनों की खूबसूरती का अद्भुत मेल देखने को मिलता है।
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3. किंजल दवे (Kinjal Dave)
नवयुवाओं में लोकप्रिय किंजल दवे ने ‘ढोकला गर्ल’ के नाम से प्रसिद्धि पाई है। उनके गानों में जोश, गर्व और गुजराती गर्ल पॉवर की भावना दिखाई देती है।
प्रसिद्ध गीत:
“Char Bangadi Vadi Gadi”
चार बंगड़ी वाली गाड़ी, मोरी धम धम वागे…
“Ghate Toh Ghate”
घटे तो घटे, पण हम नहीं हटे…
उनकी एनर्जी और स्टेज प्रेजेंस दर्शकों को बांधे रखती है।
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4. आदित्य गढ़वी (Aditya Gadhvi)
युवा और प्रतिभाशाली आदित्य गढ़वी शास्त्रीय संगीत की शिक्षा से निखरे हुए लोकगायक हैं। उन्होंने भजन, गरबा और सूफी शैली में अपनी अलग पहचान बनाई है।
प्रसिद्ध गीत:
“Khalasi” (Coke Studio)
હું ખલાસી થકી પલ માં રવાં, લહેરે લહેરે પિયું ને મલવા જવું…
“Naagar Nandji Na Laal”
नागर नंदजी ना लाल…
उनकी आवाज़ में आध्यात्म और आधुनिकता दोनों की झलक देखने को मिलती है।
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Conclusion
ये चारों कलाकार ना केवल गुजराती संस्कृति के प्रतिनिधि हैं बल्कि विश्व मंच पर भी अपनी कला का प्रदर्शन कर चुके हैं। इनकी गायकी ने लोकगीतों को एक नई पहचान दी है और युवा पीढ़ी को अपनी जड़ों से जोड़े रखा है।
अगर आपको गुजराती संगीत पसंद है, तो इन कलाकारों के गाने जरूर सुनें और गर्व से कहें – “Gujarati Ho To Aeva!