अगर आप Sikkim या Gangtok घूमने का प्लान कर रहे हैं, तो Hanuman Tok जाना बिल्कुल न भूलें। बिना Hanuman Tok देखे Sikkim यात्रा अधूरी मानी जाती है। इसे भगवान हनुमान की नगरी कहा जाता है और यह स्थान आस्था, शांति और प्राकृतिक सुंदरता का अनोखा संगम है।
ऐतिहासिक और पौराणिक महत्व
हनुमान टोक का पौराणिक महत्व भगवान हनुमान से जुड़ा हुआ है। ऐसा माना जाता है कि जब रावण के पुत्र मेघनाद द्वारा लक्ष्मण जी को शक्तिबाण से घायल किया गया था, तब उन्हें बचाने के लिए हनुमान जी हिमालय से संजीवनी बूटी लेने निकले थे। इसी यात्रा के दौरान उन्होंने इस स्थान पर कुछ समय के लिए विश्राम किया था। उस समय से यह स्थान आस्था और श्रद्धा का केंद्र बना हुआ है।
स्थानीय लोगों का मानना है कि यहां वर्षों से एक पवित्र पत्थर की पूजा की जाती रही है। बाद में 1950 के दशक में, भारत सरकार के एक राजनीतिक अधिकारी श्री अप्पाजी पंत को एक दिव्य स्वप्न आया, जिसके पश्चात इस स्थल को एक धार्मिक मंदिर के रूप में विकसित किया गया। यह स्थान अब “मनोकामना पूर्ण करने वाले मंदिर” के रूप में जाना जाता है।। तब से यह स्थान Hanuman Tok के नाम से जाना जाता है।

भगवान राम का मंदिर – हनुमान जी के साथ प्रभु श्रीराम की उपस्थिति
Hanuman Tok परिसर में एक और पवित्र स्थल है – भगवान श्रीराम का मंदिर। यह मंदिर भगवान हनुमान के प्रति उनकी भक्ति और सेवा का प्रतीक है। श्रद्धालु यहाँ हनुमान जी के साथ-साथ प्रभु श्रीराम के दर्शन भी कर सकते हैं।
मंदिर का वातावरण बहुत शांत और आध्यात्मिक है, जहाँ बैठकर आप प्रार्थना, ध्यान और आंतरिक शांति का अनुभव कर सकते हैं। यह मंदिर श्रद्धालुओं को यह स्मरण दिलाता है कि हनुमान जी की भक्ति का केंद्र हमेशा श्रीराम ही रहे हैं।

हनुमान टोक कहाँ स्थित है?
हनुमान टोक, भारत के उत्तर-पूर्वी राज्य सिक्किम की राजधानी गंगटोक से लगभग 11 किलोमीटर की दूरी पर, पूर्वी सिक्किम में स्थित है। यह पवित्र मंदिर समुद्र तल से 7200 फीट (लगभग 2195 मीटर) की ऊँचाई पर बना है। यहाँ से आप कंचनजंगा पर्वत श्रृंखला और गंगटोक शहर का मनोरम दृश्य देख सकते हैं।
यह स्थान पहाड़ियों के बीच, हरियाली और बादलों से घिरा हुआ है, जो इसे एक आध्यात्मिक और प्राकृतिक शांति का संगम बनाता है। ट्रैवलर्स और श्रद्धालु यहाँ न सिर्फ पूजा के लिए आते हैं, बल्कि कुछ पल प्रकृति की गोद में सुकून पाने के लिए भी।
Temple Timing – कब जाएं?
Hanuman Tok रोज़ाना सुबह 7 बजे से शाम 5 बजे तक खुला रहता है। इस समय के बीच आप यहाँ पूजा, ध्यान, और आसपास की प्राकृतिक छटा का आनंद ले सकते हैं।
Sanjeevani Ecological Park
Hanuman Tok परिसर में ही एक खास Sanjeevani Park भी है जहाँ आयुर्वेदिक और मेडिसिनल हर्ब्स की विविधता को बढ़ावा दिया जाता है। यह Biodiversity Park भगवान हनुमान द्वारा लाए गए life-saving Sanjeevani herb की याद दिलाता है।
Special Dosa Point at Hanuman Tok
यहाँ एक खास Dosa Point भी है जहाँ यात्रियों के लिए स्वादिष्ट और गर्म South Indian snacks उपलब्ध हैं। प्राकृतिक ठंड में यहाँ का गरमागरम डोसा और कॉफी, एकदम परफेक्ट कॉम्बिनेशन है।

Scenic View & Photography Spot
यहां से आपको Gangtok City और Kanchanjunga Hills का जो view मिलता है, वह वाकई में postcard जैसा लगता है। यह जगह photography lovers के लिए भी जन्नत है।

Important Notices & Cleanliness
मंदिर परिसर में कई notice boards लगाए गए हैं जो पर्यटकों को दिशा-निर्देश देते हैं। यहां cleanliness और discipline का विशेष ध्यान रखा जाता है।
Nearby Sightseeing Spots
anuman Tok के पास ही कई और प्रसिद्ध स्थल हैं जिन्हें आप अपने ट्रिप में शामिल कर सकते हैं:
- Ganju Lama Dwar – 2.2 km
- Ganesh Tok – 5.1 km
- Kanchanjunga View Point – 23 km
- Nathula Pass – 51 km
- Baba Harbhajan Singh Mandir – 55 km
Frequently Asked Questions (FAQs) about Hanuman Tok
Hanuman Tok, East Sikkim में स्थित है और यह Gangtok City से लगभग 11 किलोमीटर की दूरी पर है।
मार्च से जून और सितंबर से नवंबर तक का समय सबसे उपयुक्त होता है। इन महीनों में मौसम साफ़ और दृश्य सुंदर होते हैं।
मंदिर हर दिन सुबह 7:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक खुला रहता है।
हाँ, Hanuman Tok तक taxi, cab या private vehicle से आसानी से पहुँचा जा सकता है। रास्ता पहाड़ी है पर अच्छी तरह से बना हुआ है।
पास में कई लोकप्रिय पर्यटन स्थल हैं, जैसे:
Ganesh Tok (5.1 km)
Ganju Lama Dwar (2.2 km)
Baba Harbhajan Singh Mandir (55 km)
Nathula Pass (51 km)
Kanchanjunga View Point (23 km)
हाँ, यहाँ एक Dosa Point है जहाँ यात्रियों को स्वादिष्ट South Indian snacks जैसे डोसा, इडली और कॉफी मिलती है।
मान्यता है कि भगवान हनुमान जब संजीवनी बूटी लेकर जा रहे थे, तो उन्होंने इस स्थान पर विश्राम किया था। इसलिए यह स्थान एक पवित्र और मनोकामना पूर्ण करने वाला मंदिर माना जाता है।



















